साहित्य सृजन सामाजिक सरोकार से मेरा साक्षात्कार करवाता है । मुझे आत्म-आनंद से भी परिपूर्ण कर जाता है | आंतरिक उद्वेलन की थाह अंततः साहित्य सृजन से हो जाये तो विचारों को अक्षुण्ण जीवंतता मिलती रहती है |
Wednesday, 21 February 2018
Subscribe to:
Posts (Atom)
"आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदीः कुछ सूत्रात्मक वाक्य"
" आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदीः कुछ सूत्रात्मक वाक्य " 1. आध्यात्मिक ऊँचाई तक समाज के बहुत थोड़े लोग ही पहुँच सकते हैं।...
-
“ राजभाषा हिंदी के कार्यों में सूचना प्रौद्योगिकी का योगदान ” सूचना प्रौद्योगिकी और हिंदी इस आज इंटरनेट पर हर कोई ब्लाग , फ़ेस...
-
( नराकास, बेंगलूरु के तत्वाधान में ‘ राजभाषा नीति पर लिखित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता ’ , 2015 ) आयोजक - : प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त क...
-
सुबोध कुमार सिंह ( हिंदी का दर्द ) हिंदी तेरे दर्द की, किसे यहाँ परवाह । एक अंग्रेजी साल में एक हिंदी सप्ताह ।। धड़कन में इं...